Chandrayaan 3 Launch : हिन्दुस्तान का चंद्रयान-3 सपनों की उड़ान पर निकला

ISRO ने आज श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 मिशन का सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। यह चांद पर भारत का तीसरा मिशन है और इसमें एक हजार से अधिक वैज्ञानिकों ने काम किया है |

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चंद्रयान-3 मिशन का सफलतापूर्वक लॉन्च 

 

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने हाल ही में श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 मिशन का सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। यह चांद पर भारत का तीसरा मिशन है और इसमें एक हजार से अधिक वैज्ञानिकों ने काम किया है। इस मिशन में प्रोपल्शन मोड्यूल, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर शामिल हैं। इसका उद्देश्य चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराना और चंद्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करना है।

 

भारत विश्व के चार देशों की सूची में शामिल होगा

चंद्रयान-3 मिशन के लिए भारत ने अपने सबसे भारी रॉकेट एलवीएम3 का इस्तेमाल किया है। यदि लैंडिंग सफल होती है, तो रोवर चांद पर तैनात किया जाएगा। इससे भारत विश्व के चार देशों की सूची में शामिल होगा जिन्होंने चांद पर यात्रा की है।

चंद्रयान-3 मिशन का उद्देश्य

 

चंद्रयान-3 मिशन का उद्देश्य सॉफ्ट लैंडिंग कराने के साथ-साथ इसरो द्वारा तैयार किए गए रोवर के प्रदर्शन को देखना और वैज्ञानिक प्रयोग करना है। इस मिशन के माध्यम से भारत देश की चांद पर सेफ लैंडिंग क्षमता का प्रदर्शन करेगा और इसे सिद्ध करेगा कि भारत चांद पर मिशन भेजने में सक्षम है।

हमें गर्व है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-3 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। यह यात्रा चांद के दक्षिणी ध्रुव पर संपन्न की जाएगी और इससे हम चांद की सतह पर रोवर को भेजेंगे। यह मिशन हमारे वैज्ञानिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और इसे भारत के नाम गर्व से जोड़ देगा।

यह मिशन चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने के साथ-साथ वैज्ञानिक प्रयोग भी करेगा। इससे हमें चंद्र पर संबंधित अहम जानकारी मिलेगी और हम इसे आगे बढ़ाने के लिए तैयार रहेंगे। चंद्रयान-3 मिशन के सफर में हम 40 दिनों में 3.80 लाख किलोमीटर तय करेंगे और इससे हम चंद्र की रहस्यमय दुनिया को समझने की कोशिश करेंगे।

चंद्रयान-2 मिशन के दौरान हमारे लैंडर ‘विक्रम’ की सफलता नहीं मिली थी 

इससे पहले चंद्रयान-2 मिशन के दौरान हमारे लैंडर ‘विक्रम’ की सफलता नहीं मिली थी। हालांकि, हमने इस बात से सीखा है और इस बार हम पूरी सतही लैंडिंग करने के लिए तैयार हैं। हम गर्व से कह सकते हैं कि चंद्रयान-3 मिशन हमारी चांद पर सफल लैंडिंग कराने के लिए एक महान प्रयास है और हमें इस पर गर्व है।

चंद्रयान-3 मिशन के माध्यम से हम एक नया मील का गढ़ने जा रहे हैं और चांद पर नई जानकारी के प्रकटीकरण में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हम इस उपलब्धि पर गर्व करते हैं और आशा करते हैं कि चंद्रयान-3 मिशन हमारे वैज्ञानिकों को नई प्रेरणा देगा और देश को गर्व महसूस कराएगा।

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