Navel oil therapy – नाभी में तेल लगाने के फायदे और सही विधि

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नाभी में तेल लगाने की परंपरा भारत में प्राचीन काल से चली आ रही है। यह न सिर्फ शरीर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्रदान करती है। यहां हम नाभी में तेल लगाने के फायदे और इसे सही तरीके से कैसे किया जाए, इसके बारे में चर्चा करेंगे।

नाभी (Navel) का महत्व

नाभी हमारे शरीर का केंद्र बिंदु होता है। इसे 72,000 नाड़ियों (Nadis) का केंद्र माना जाता है, जो पूरे शरीर में ऊर्जा का संचार करती हैं। जब हम नाभी में तेल लगाते हैं, तो यह नाड़ियों को सक्रिय करता है और विभिन्न शारीरिक और मानसिक लाभ प्रदान करता है।

नाभी में तेल लगाने के फायदे

  1. जठराग्नि (Digestive Fire) को बढ़ाता है:
    • नाभी में तेल लगाने से जठराग्नि तेज होती है, जिससे पाचन तंत्र (Digestive System) बेहतर तरीके से काम करता है। यह भोजन के सही पाचन में मदद करता है और भूख बढ़ाने में सहायक होता है।
  2. अपान वायु (Apana Vayu) को संतुलित करता है:
    • नाभी में तेल लगाने से अपान वायु संतुलित होती है, जो शरीर के नीचे के हिस्से में कार्य करती है। यह मलोत्सर्ग (Excretion) और प्रजनन तंत्र (Reproductive System) को बेहतर बनाती है।
  3. त्वचा (Skin) को स्वस्थ बनाता है:
    • नाभी में तेल लगाने से त्वचा की समस्याएं जैसे फटे होंठ (Chapped Lips) और सूखी त्वचा (Dry Skin) दूर होती हैं। यह त्वचा को नमी और पोषण प्रदान करता है।
  4. मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health):
    • यह नाड़ियों को शांत करता है और मानसिक तनाव (Stress), चिंता (Anxiety) और अवसाद (Depression) को कम करता है। इससे मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।

सही विधि

  1. तेल का चयन:
    • वात दोष (Vata Dosha) के लिए तिल का तेल (Sesame Oil) और बादाम का तेल (Almond Oil)।
    • पित्त दोष (Pitta Dosha) के लिए नारियल का तेल (Coconut Oil) और देशी गाय का घी (Desi Cow Ghee)।
    • कफ दोष (Kapha Dosha) के लिए सरसों का तेल (Mustard Oil)।
  2. तेल को हल्का गरम करें:
    • तेल को सीधे गरम न करें। इसे पानी के गरम बर्तन में डालकर हल्का गरम करें ताकि तापमान संतुलित रहे।
  3. नाभी में तेल डालना:
    • एक मट या दरी पर लेटें और नाभी में तेल भरें। इसे 10 मिनट के लिए छोड़ दें।
  4. मालिश (Massage):
    • उंगली से नाभी के अंदर और बाहर की ओर हल्के हाथों से मालिश करें। यह प्रक्रिया 3-4 मिनट तक करें।
  5. स्नान:
    • मालिश के 10-15 मिनट बाद स्नान करें।

निष्कर्ष

नाभी में तेल लगाने की यह विधि सरल और प्रभावी है। इसे नियमित रूप से अपनाकर आप शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। अगर आपको पेट, हरनिया या अल्सर जैसी समस्याएं हैं, तो इस विधि को न अपनाएं।

इस लेख में दी गई जानकारी से आपको नाभी में तेल लगाने के फायदे और सही विधि के बारे में विस्तृत जानकारी मिली होगी।

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